अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के बीच बढ़ी मुश्किलें तो अटकले हुई तेज़
अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के बीच बढ़ी मुश्किलें तो अटकले हुई तेज़
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के बीच एक बार फिर से मतभेद उभरने लगा है जिसके कारण शिवपाल सिंह यादव की बीजेपी के साथ काफी मेलजोल देखने को मिली साथ ही उनके और बीजेपी बीजेपी से नजदीकियां दिनोंदिन बढ़ती जा रही हैं.दरअसल, बीते दिनों सपा के विधायकों की बैठक में शिवपाल को आमंत्रित नहीं किया गया, जबकि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का अध्यक्ष होने के बावजूद वह इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा सीट से सपा के चुनाव चिह्न पर चुनाव जीते हैं.
अब दिक्कत यह आ रही है कि शिवपाल सिंह यादव को यूपी विधानसभा में डिप्टी स्पीकर बनाया जा सकता है. लोहिया से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव बीजेपी पार्टी की मदद से विधानसभा उपाध्यक्ष बन सकते हैं. आपको बता दें कि उनकी पार्टी के प्रवक्ता दीपक मिश्रा ने कहा, ‘सियासत में संभावनाओं के द्वार कभी बंद नहीं होते. शिवपाल जी एक अनुभवी विधायक हैं और राज्य सरकार में मंत्री रहने के साथ ही वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका का निर्वाह भी कर
चुके हैं.’
इसके आगे दीपक मिश्रा कहते है कि अगर उन्हें विधानसभा उपाध्यक्ष जिम्मेदारी मिलती है तो इससे विधानसभा की गरिमा बढ़ेगी. हालाकि दीपक मिश्रा ने इस बात को भी माना है कि अब तक इस बात का प्रस्ताव नहीं आया है. अगर ऐसा कोई प्रस्ताव आएगा तो शिवपाल सत्ता पक्ष और विपक्ष की पहली पसंद होंगे.
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य राज्य मंत्री जसवंत सैनी ने कहा कि उन्हें अब तक इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है. बता दें कि शिवपाल ने बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आदित्यनाथ और पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा को ट्विटर पर फॉलो करना शुरू किया.