Navratri 2023: नवरात्रि पर क्यों की जाती है घट स्थापना
Navratri 2023: नवरात्रि पर क्यों की जाती है घट स्थापना
Navratri 2023: नवरात्रि के पावन पर्व के दौरान भक्तगण मां दुर्गा जी की पूरे श्रद्धा भाव से पूजा अर्चना एवं व्रत करते हैं। नवरात्रि की शुरुआत घटस्थापना से की जाती है। घटस्थापना करने के बाद ही नवरात्रि के व्रत रखे जाते हैं। किसी भी पूजा-पाठ, अनुष्ठाठ एवं धार्मिक कार्यों में नारियल का विशेष महत्व होता है। इन शुभ मौकों पर कलश स्थापना की जाती है और कलश के ऊपर नारियल जरूर रखा जाता है। नवरात्रि के पावन अवसर पर कलश स्थापना का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
हिंदू धर्म में कलश स्थापना को बेहद शुभ माना जाता है।
धार्मिक शास्त्र में कलश को सुख-समृद्धि और मंगल कार्य का प्रतीक माना जाता है.
लेकिन नारियल के बगैर कलश स्थापना अधूरी होती है ।

कलश के मुख में भगवान विष्णु, कंठ में शिव भगवान और नीचे ब्रह्मा का वास होता हैं
और कलश के बीच में देवी शक्तियां निवास करती हैं।
इसलिए कलश बहुत पवित्र माना जाता है। इतना ही नहीं कलश में भरा हुआ जल शीतलता, स्वच्छता का प्रतीक माना गया है।
स्थापना करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
कलश स्थापित करने से पहले कलश के नीचे जौ या गेहूं डालकर रखना चाहिए।
इसके मुख में आम के पत्ते और नारियल रखना चाहिए।
कलश स्थापना करते समय इस बात का ध्यान रखें कि पहले उस स्थान को गंगाजल छिड़कर शुद्ध कर लें इसके बाद कलश की स्थापना करें।