Papankusha Ekadashi 2023: आज पापांकुशा एकादशी , जानें पूजा विधि और कथा
Papankusha Ekadashi 2023: आज पापांकुशा एकादशी , जानें पूजा विधि और कथा
Papankusha Ekadashi 2023: पापांकुशा एकादशी का व्रत आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है। इस दिन सृष्टि के पालनहार श्री विष्णु भगवान कि पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में पापांकुशा एकादशी व्रत का बहुत ही अधिक महत्व होता है। मान्यता है कि जो जातक इस दिन व्रत रखता है, उससे भगवान विष्णु अति प्रसन्न होते हैं, साथ ही जातक को धन-दौलत, सुख, सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि आज दोपहर 12 बजकर 32 मिनट तक है। सनातन धर्म में उदया तिथि मान है। अतः आज यानी 25 अक्टूबर को पापाकुंशा एकादशी मनाई जा रही है।
पूजा विधि –
इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि के बाद व्रत का संकल्प लें।
इसके बाद एक चौकी पर पीला कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर रखकर पूजा करें।
भगवान विष्णु को चन्दन,अक्षत,मोली,फल,फूल,मेवा आदि अर्पित करें।
इसके बाद घी के दीपक जलाएं और उनका भोग लगाकर आरती उतारें।
इस दिन एक समय फलाहार किया जाता है। एकादशी पर दान-पुण्य जरूर करना चाहिए।
पापांकुश एकादशी कथा –
पौराणिक कथा के अनुसार एक समय विध्यांचल पर्वत पर क्रोधना नाम का एक बहुत ही क्रूर शिकारी रहता था। उसने अपनी पूरी जिंदगी गलत कामों में जैसे कि हिंसा,लूट-पाट, मद्यपान और झूठे भाषणों में व्यतीत कर दी। कई गलत कर्म और बेजुबान जीवों को मारकर वह पाप का भागी बन चुका था. जब उसका अंतिम समय आया तो मृत्यु के डर से वह सहमा हुआ अंगिरा ऋषि के पास पहुंचा । क्रोधना ने महर्षि से बोला कि उसने जीवन में अनेक पाप किए हैं जिससे मृत्यु के बाद उसे निश्चित ही नर्क मिलेगा। भयभीत क्रोधना ने ऋषि से इन पापों का पार्यश्चित करने का उपाय जाना।