क्या अपने ही उम्मीदों से हार गए सुशांत, सुसाइड से फिर खड़े हुए नेपोटिज्म पर सवाल
सुशांत सिंह राजपूत का ऐसे ही दुनिया से चले जाना बिना कुछ कहे बिना कुछ सुने हर किसी को अखर रहा है, एक मुस्कुराता हुआ चेहरा यूंही अचानक खो गया, सुशांत फिल्म इंडस्ट्री एक ऐसा सितारा था जो छोटे से गलियों से निकल कर सपनों की नगरी पहुंचा, जिसने कम समय में न सिर्फ खुद को साबित किया बल्कि नाम पैसा शोहरत सबकुछ हासिल किया… अपनी अदायगी लाखों दिलों पर राज करने लगा और फिर एक दिन सबकुछ छोड़ चला गया…
किस काले सच का शिकार हुए सुशांत
सुशांत का इस तरह से चले जाना कई सवाल खड़े कर गया, आखिर एक कामयाब एक्टर डिप्रेशन जैसे बीमारी से क्यों जूझ रहा था… ऐसा क्या हुआ कि पल भर में सुशांत ने खुद को खत्म कर लिया, इन्हीं अनसुलझे सवालों में एक सवाल ये भी है क्या सुशांत को इस फिल्म इंडस्ट्री ने नहीं अपनाया था? क्या वो नेपोटिज्म का शिकार हो गए… नेपोटिज्म को लेकर पहले भी कई बार फिल्म इंडस्ट्री सवालों के घेरे में आ चुकी है… और सुशांत की मौत से एक बार फिर ये मुद्दा गरमा गया है…
क्या है नेपोटिज्म
नेपोटिज्म का मतलब है कि वो लोग जो फिल्मी कैल्न से आते हैं यानी की जिनका परिवार पहले से फइल्म इंडस्ट्री में है या उनका कोई गॉडफादर यहां मौजूद है, वैसे तो नेपोटिज्म कई बार बातें हुईं लेकिन एक्ट्रेस कंगना रनौत के बयान के बाद ये मुद्दा काफी गरमा गया… इंडस्ट्री पर कई तौहमतें लगी जिसके बाद समय-समय पर इसकी बात होती रही, और अब एक बार फइर नेपोटिज्म को लेकर लोग फिल्म इंडस्ट्री को कोस रहे हैं, जानकारी के मुताबिक छिछोरे फिल्म के बाद सुशांत ने कई फिल्में साइन की थीं लेकिन धीरे धीरे सभी फिल्में उनके हाथ से निकल गई थीं जिसके चलते वो काफी परेशान थे…
क्या सच में सुशांत के फिल्म इंडस्ट्री के इस काले सच का शिकार हो गए, क्या एक उभरते हुए कलाकार को उनके उम्मीदों ने मार दिया… जिस दर्द से सुशांत गुजर रहे थे क्या उसे कोई भांप नहीं सका, इन सभी सवालों का किसी के पास कोई जवाब नहीं है लेकिन सच बस इतना है कि अब वो मुस्कुराता हुआ चेहरा कभी सामने नहीं आएगा…