जानिए क्यों खास है सावन का ये अंतिम सोमवार, एक साथ बन रहे हैं कई शुभ संयोग
जानिए क्यों खास है सावन का ये अंतिम सोमवार, एक साथ बन रहे हैं कई शुभ संयोग
सावन का महीना बेहद ही खास और पवित्र माना जाता है…साथ ही इस पावन महीने का पहला और अंतिम सोमवार बहुत खास होता है…इस बार सावन का आखिरी सोमवार 3 अगस्त को है और इस दिन कई शुभ संयोग भी बन रहे हैं…जानते हैं कि इस आखिरी सोमवार को कौन से शुभ संयोग बन रहे हैं
इस साल श्रावण मास में 5 सोमवार पड़े हैं और जैसा कि इस बार पांचवा सोमवार 3 अगस्त को पड़ रहा है जोकि बहुत लाभकारी है…सावन के अंतिम सोमवार के दिन भगवान शिव की विशेषरूप से पूजा-अर्चना की जाती है…मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती पृथ्वी का भ्रमण करते हैं और भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं…
बता दें सावन के पांच सोमवार को भगवान शिव के 5 मुख का प्रतीक माना जाता है…इसलिए सावन के अंतिम सोमवार के दिन भगवान शिव के पंचमुख के अवतार की कथा पढ़ने और सुनने का विधान है..मान्यता है कि पंचमुख अवतार की कथा सुनने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं…
सावन के अंतिम सोमवार यानी 3 अगस्त के दिन पूर्णिमा की तिथि है…इस दिन चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे. इस दिन प्रीति योग बन रहा है जो सुबह 6 बजकर 40 मिनट तक रहेगा…जिसके बाद आयुष्मान योग शुरू हो जाएगा…
बता दें चंद्रमा को पूर्णिमा का देवता माना जाता है और सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित हैं… इसलिए ये पूर्णिमा और सोमवार का अद्भुत संयोग है…इसे सौम्या तिथि कहते है…इस दिन चंद्रदेव की पूजा करने से हर क्षेत्र में विजय प्राप्त होती है…
3 अगस्त का दिन इसलिए भी खास है क्योंकि पूर्णिमा के इसी दिन रक्षा बंधन का त्योहार भी है..इस तरह सावन के आखिरी सोमवार के साथ रक्षाबंधन का त्योहार पड़ना एक दुर्लभ संयोग है…जानकारी के लिए बता दें कि सावन के अंतिम सोमवार के दिन ही पितृ-तर्पण और ऋषि-पूजन भी किया जाता है और ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त है और जीवन के सारे संकट दूर हो जाते हैं…
सावन के अंतिम सोमवार के दिन भगवान शिव का अभिषेक करने के बाद दान भी करना चाहिए…विशेष फल मिलता है..