मछुआरे को मिली जलपरी की लाश,अमर रहने के लिए लोगों ने खाया जलपरी का मांस
मछुआरे को मिली जलपरी की लाश,अमर रहने के लिए लोगों ने खाया जलपरी का मांस
आज दुनिया एक ऐसे मुकाम पर हैं, जहां कुछ भी होना नामुमकिन नहीं लगता है, चाहे दुनिया के दूसरे छोर से चुटकियों में आना हो या दूर से एक दूसरे हो निहारना। लेकिन आज भी दुनिया में न जाने ऐसे कितने राज दफन है, जिन्हें सुलझाना बेहद मुश्किल है। चाहे एलियंस हो या भूत और जलपरी।
यह सब रहस्य आज भी बने हुए है क्योंकि इनके सबूत मिलते तो हैं लेकिन संदेह के आधार पर लोग इनको लेकर पक्के तौर पर कुछ कह नहीं पाते।
लेकिन जापान में हुए एक एक इनविडेंट के बाद पूरी दुनियां एक बार फिर इन सब बातों के बारे में विचार करने पर मजबूर हो गई है। दरअसल शिकोकू द्वीप पर आज से लगभग 280 साल पहले एक मछुआरे के जाल में जलपरी की लाश फंस गई थी, जिसके बाद आज तक इस लाश का रहस्य अनसुलझा ही है।
बताया जा रहा है कि एक मछुआरे के हाथ 1736 से 1741 के बीच एक जलपरी की ये लाश लगी थी, इसे अब जापान के असकुचि के एक मंदिर में रख दिया गया है। इसका चेहरा इंसान की तरह है लेकिन इसकी पूंछ है, जिस कारण इस अजीबोगरीब जीव को जलपरी बताया जाता है।
इतना ही नहीं बाते तो यहां तक है कि जो भी शख्स जलपरी के मांस को खाता है वो अमर हो जाता है।