उत्तराखंड में भारी बारिश का आतंक, कहीं घर डूबे तो कहीं मंदिर
उत्तराखंड में भारी बारिश का आतंक, कहीं घर डूबे तो कहीं मंदिर
बिहार, असम के बाद अब उत्तराखंड में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं…नदी नाले उफान पर हैं..आलम यह है कि लोगों के घरों में नाले का पानी बह रहा है…मंदिर जनमग्न हो गए हैं…पहाड़ों में दरार और भूस्खलन के कारण स्थानीय लोग घर छोड़ने को मजूबर है…बता दें कुछ दिनों से पहाड़ों पर लगातार बारिश हो रही है…
रुद्रप्रयाग में बादल के फटने से जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है…तेज बहाव की वजह से कई घर बह गए हैं…बचे-कुचे घरों में मलबा घुस गया है…पानी के तेज बहाव ने सब कुछ बर्बाद करके रख दिया है…स्थानीय लोगों के पास खाने के लिए कुछ नहीं है क्योंकि खेती बर्बाद हो गई है…लोग इतने भयभीत हो गए हैं कि अपने घरों को छोड़कर पलायन कर रहे हैं…
वहीं पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण दो स्थानों पर कैलाश-मानसरोवर यात्रा रूट बंद हो गया.. पैदल आने जाने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है…इसलिए मार्ग साफ करने के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है…एक गांव से दूसरे गांव को जोड़ने वाले रास्तें क्षतिग्रस्त हो गए हैं…
बता दें लगातार हो रही बारिश के चलते बरसाती नाले में एक बाइक सवार बह गया… हालांकि मौके पर मौजूद लोगों ने उसकी जान बचा ली…लोग उफनती नदी को जान पर खेलकर पार करने को मजबूर हैं…जरा सी असावधानी होने पर जान भी जा सकती है…
लगातार मूसलाधार बारिश के कारण कालाढूंगी का मैथीसाह नाला पूरे उफान पर है…वहीं देहरादून में भारी बारिश के चलते टपकेश्वर मंदिर में पानी घुस आया है…कई मंदिर डूब गए हैं…तमसा नदी के पानी का स्तर इतना बढ़ गया है कि आसपास के लोगों के लिए मुसीबत बन गया है…चमोली की बात करें तो यहां पहाड़ जमीन पर आकर गिर रहे हैं जिसके कारण राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया है..