तांडव पर इतना तांडव क्यों ????
तांडव पर इतना तांडव क्यों ????
बॉलीवुड हो या वेब सिरीज़ आजकल लगातार ट्रोलर्स के निशाने पर आ रहे हैं… अब तक ऐसी कई फिल्में और सिरीज़ जो इनके निशाने पर आ चुकी हैं… ऐसा ही कुछ हाल फिलहाल में रिलीज़ हुई तांडव पर भी देखने को मिल रहा है. इस सिरीज़ पर बवाल थम नहीं रहा शो पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पंहुचाने का आरोप लगा है. लगातार चल रहे विरोध और धमकियों के बाद सभी कलाकारों और अमेज़न के हेड ऑफिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.. लोगों द्वारा इसे तुरंत बैन करने की बात हो रही है… कई बड़े शख्सियतों ने इस सिरीज़ से कई सीन को हटाने की मांग की है… लेकिन ऐसे में बात ये सामने आती है हर बार विरोध और ट्रोलिंग के बाद भी इस तरह के कंटेंट पर फिल्में और सिरीज़ बनती है… क्या ये महज इत्तेफाक है या फिल्म निर्माता भी इस तरह से पब्लिसिटी चाहते हैं????
इस पर बात करें उससे पहले आपको बताते हैं आखिर ये पूरा माजरा है क्या दरसल टाईगर जिंदा है जैसी फिल्में बनाने वाले अली अब्बास ने पहली बार डीजिटल में कदम रखते हुए ये सिरीज़ बनाई है… तांडव में सियासत के कई अलग अलग रंग दिखाए गए हैं और ये पूरी कहानी राजनीति के अगले बगल घूमती है… ये तो रही सिरीज़ की बात अब आप सोच रहे होंगे कि राजनीति पर बनी इस सिरीज़ में धार्मिक भावनाएं कैसे और क्यों आहत हुईं यकीन मानिए हम भी यही सोच रहे हैं… राजनीति पर बनी फिल्मों में आखिरकार ऐसे कंटेंट क्यों दिए गए…
हालांकि विरोध और एफआईआर के बाद इस सिरीज़ से कंटेंट को हटाया जाएगा या नहीं क्या सच में ये तांडव बैन हो सकती है… ये तो वक्त ही बताएगा.
Pratiksha srivastav