बंदिशों को तोड़ने वाली सीक्रेट सुपरस्टार ही अपने बंदिशों में जकड़ी नजर आई…
वो फिल्म तो आप सब को याद होगी जिसमें एक लड़की जो एक सिंगर बनना चहती है उसे सिर्फ इसलिए आगे बढ़ने से रोका जाता है कि वो एक लड़की है… लेकिन सारी जंजीरो को तोड़ कर वो कहलाती है सुपरस्टार एक सिक्रेट सुपर स्टार….
जायरा ने जब इस फिल्म को किया तो ना जाने कितनी ही लड़कियों को नई उम्मीदें मिली… आसमान छूने का नया हौसला मिला… समाज और घर्म से आगे निकल कर कुछ कर दिखाने का जज्बा मिला… लेकिन अचानक वो सुपरस्टार ही अपने बंदिशों में जकड़ी नजर आई…
जायरा ने एक नोट में सिनेमा जगत को छोड़ने का अपना फैसला सुनाया… लोगों को दुख हुआ और बुरा भी लगा… लेकिन जिस बात से लोग नराज हुए वो थी… जायरा कि धर्म के नाम पर फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ने की बात को कहना…. जो लड़की इतनी कम उम्र में लोगों के लिए मिसाल बनी उसे अचानक क्या हुआ… क्या वो खुद के लिए एक मिसाल नहीं बन पाई….
कहते हैं सिनेमा जगत एक ऐसी जगह है जहां धर्म के नाम कोई बंटवारा नहीं होता… शाहरुख से लेकर आमिर तक…. मीना कुमारी से लेकर जीनत अमान तक… ये भारत के ऐसे स्टार्स हैं जिन्हें शायद कोई कभी भूल पाए… तो क्या ये अपने धर्म से दूर हो गए… बल्कि बंदिशों से आगे आकर इन्होंने अपनी एक अलग कहानी लिखी… और ऐसे ना जाने कितने नाम हैं… जो हर रोज अपनी कहानी लिख रहे हैं… जायरा वसीम से भी शायद लोगों को यही उम्मीद थी…
जायरा के निजी फैसले की हम इज्जत करते हैं… पर इसके लिए धर्म को जिम्मेदार ठहराना कितना सही है….जायरा ने उन धर्म के ठेकेदारों को सही कर दिया जो कहते हैं…कि नुसरत जहां को सिंदूर नहीं लगाना चाहिए…जयरा, फिल्मों में आपके सपनों ने बंदिशों को तोड़ा था… पर शायद असल जिंदगी में बंदिशें आपके सपनों पर भारी पड़ गईं… पर ‘DREAM DEKHNA TO BASIC HOTA’ हैं ना जायरा…
Pratiksha Srivastava