Rajasthan Politics: राजस्थान में सियासी घमासान तेज, जानें कौन है रेस से बाहर
Rajasthan Politics: राजस्थान में सियासी घमासान तेज, जानें कौन है रेस से बाहर
Rajasthan Politics: एक बार फिर राजस्थान का सियासी घमासान तेजी से बदलता नजर आ रहा है।
कांग्रेस के दोनों पर्यवेक्षक मलिकार्जुन खड़गे और अजय माकन आज दोपहर दिल्ली आ रहे हैं
खबरों की माने तो नाराज विधायक पर्यवेक्षकों से मिलने को तैयार नहीं हैं।
वहीं हालांकि आलाकमान से चर्चा के बाद देर रात सचिन पायलट ने पर्यवेक्षकों के साथ दूसरे दौर की बैठक की थी।
आपको बता दें कि सचिन पायलट के विरोध में गहलोत समर्थक विधायकों के इस्तीफे के बाद अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पर्यवेक्षकों को बातचीत करके विवाद को सुलझाने को बोला था।
वहीं गहलोत का समर्थन करने वाले विधायक सरकार गिराने की स्थिति में तो हैं, मगर बनाने की नहीं।
जानकारी के मुताबिक सरकार बनाने के लिए 101 विधायकों की जरूरत है।
85 उनके साथ हैं, मगर 28 गहलोत समर्थकों के साथ जाने के बजाय बैठक में शामिल होने पहुंचे थे।
ऐसे में कहा जा सकता है कि वह पायलट समर्थक होंगे।
सचिन पायलट के नाम पर गहलोत खेमा नाराज
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ने की तैयारी के बाद से नए उत्तराधिकारी को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी।
इसमें दो नाम प्रमुखता से सामने आए थे।
पहला नाम सचिन पायलट का और दूसरा नाम विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी का।
लेकिन अब सचिन पायलट के नाम पर गहलोत खेमा मानने को तैयार नहीं है।
इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा 100 से अधिक विधायक एक तरफ हैं और 10-15 विधायक एक तरफ हैं।
10-15 विधायकों की बात सुनी जाएगी और बाकी की नहीं।
कांग्रेस पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे, अजय माकन, अशोक गहलोत के साथ कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले मुख्यमंत्री आवास पहुंचे; सचिन पायलट भी वहां मौजूद हैं।
गहलोत गुट के विधायकों की बस स्पीकर सीपी जोशी के घर जा रही है।