नेहा भसीन ने दे दिया बड़ा बयान, बोलीं दिव्या अग्रवाल की वजह से आने लगे थे ‘सुसाइड के ख्याल’
नेहा भसीन ने दे दिया बड़ा बयान, बोलीं दिव्या अग्रवाल की वजह से आने लगे थे ‘सुसाइड के ख्याल’
विवादित रियलिटी शो ‘बिग बॉस ओटीटी’ (Bigg Boss OTT) को खत्म हुए भले ही कुछ दिन बीत गए हैं लेकिन इस से जुड़े कंटेस्टेंट किसी ना किसी वजह से लगातार चर्चाओं में बने हुए हैं. इसी बीच नेहा भसीन ने दिव्या अग्रवाल (Divya Agarwal) को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया है जो फैंस को भी नहीं हजम हो रहा है. ये सही बात है कि, घर अंदर उनकी दिव्या, मूस जट्टाना और अक्षरा सिंह से नहीं बन रही थी. लेकिन, घर से बेघर होने के बाद सिंगर नेहा भसीन ने कहा कि दिव्या अग्रवाल जैसे कंटेस्टेंट्स ने उनके दिमाग से खेला और उन्हें डिप्रेशन का शिकार बना दिया है.
इतना ही नहीं उनका तो ये भी कहना है कि, उनके मन में बार-बार सुसाइड जैसे ख्याल आ रहे हैं. इस बयान पर अब दिव्या अग्रवाल ने भी शो से बाहर आने के बाद अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. दरअसल नेहा भसीन (Neha Bhasin Depression) ने शो से बाहर आने के बाद इस बारे में, ज़ी न्यूज़ डिजिटल को दिए एक इंटरव्यू में बात करते हुए कहा कि, “दिव्या को पता था कि अंडरगारमेंट वाली बात मुझे प्रभावित कर रही थी और बहुत कम चीजें थीं जो सच में प्रभावित करती थीं. शो में रहने के दौरान मुझे बहुत ही ज्यादा तोड़ने का फ्रयास किया गया. मैं रोती थी लेकिन, मुझे तोड़ना मुश्किल था और इसलिए यही वह चीज थी जिसे वे शो में दोहराती रहीं.”
इस सिलसिले में आगे बात करते हुए नेहा भसीन (Neha Bhasin) नेये भी कहा कि, ”अब मैं एक कमेंट करने जा रही हूं जो मुझे पता है कि बहुत बड़ा है. लेकिन, यह सच है कि मेरे करियर की शुरुआत में दिव्या जैसे लोगों ने मेरे दिमाग से खेला है और मुझे डिप्रेशन का शिकार बना दिया. मुझमें आत्महत्या जैसी ख्याल आए हैं. ऐसा कहने के लिए मैं उनके परिवार से माफी मांगती हूं लेकिन, यह सच है कि दिव्या ने शो में यही किया न केवल मेरे साथ बल्कि शो में कई और कंटेस्टेंट्स के साथ भी.”
नेहा भसीन के इस बयान के बारे में जानने के बाद अब इस पूरे मामले पर दिव्या अग्रवाल (Divya Agarwal) ने अपनी राय दी है. उन्होंने स्पॉटबॉय को दिए इंटरव्यू मेंकहा कि, “यह फनी है कि कोई कैसे लोगों को इतना प्रभावित कैसे कर सकते हैं. नेहा ने हमेशा कहा है कि वह एक बहुत मजबूत महिला हैं. लेकिन, एक मजबूत महिला वह भी होती है जो डर को एकसेप्ट करती है. घर के अंदर, कई बार, नेहा ने कहा कि मैं बचपन से बहुत रोई हूं और बचपन से ही लोगों ने थ्रेट किया है. फिर भी मैं मजबूत हूं. लेकिन मेरा मानना है कि जब आप इससे उबर जाते हैं तो आप मजबूत होते हैं और चीजें तब आपको प्रभावित नहीं करती हैं.”
इसके साथ ही अपने बयान में दिव्या अग्रवाल ने ये बात भी कही कि, “जब आप महिलाओं के हक के बारे में बातें करते हैं और कहते हैं कि महिलाएं ऐसी हैं. आपने खुद क्या किया? जैसे- मुझे नहीं पता बाहर क्या दिख रहा है? मुझे नहीं पता बाहर क्या होगा? जैसे मैंने कभी नहीं कहा कि, मैं बाहर कैसे देखूंगी. पहले तो ऐसी औरतें वैसी औरतें बोलना बंद करना होगा. क्योंकि जब हम ऐसा करना बंद करेंगे तो समझ की भावना आएगी. नेहा को एक बड़ा बयान देना था. मैं बस उन्हें सलाह देती हूं और उनके जल्द ठीक होने की कामना करती हूं.”