चांद का हुआ दीदार, देशभर में कल मनेगा ईद-उल-फितर का त्योहार
चांद के दीदार के साथ ही लोगों में ईद की बधाई देने का सिलसिला शुरु हो गया… कोरोना के कारण भले ही लोग बाहर न निकल पा रहे हों लेकिन उल्लास वही है… ईद-उल-फितर मुसलमानों का सबसे बड़ा त्योहार है, जो रमज़ान के महीने के पूरा होने पर मनाया जाता है… लोग क दूसरे को बधाइयां देते हैं… मिठाई बनती है नए नए पकवानों से घर महक उठता है…
भारत में ईद का चांद दिखाई दे गया है, जिसके बाद ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा. दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि ईद का चांद दिखाई दे गया है, पूरे देश में 25 मई को ईद-उल-फित्र मनाई जाएगी. हालांकि, केरल और जम्मू-कश्मीर राज्यों में शनिवार को ईद के चांद के दीदार होने के बाद आज ही ईद मनाई जा रही है.
क्यों मनाई जाती है ईद
पवित्र कुरान के अनुसार, रमजान के महीने में रोजे रखने के बाद अल्लाह अपने बंदों को बख्शीश और इनाम देता है। बख्शीश और इनाम के इस दिन को ईद-उल-फितर कहा जाता है..
क्यो होता है खास
रमजान का पवित्र महीना इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना माना जाता है। इस पूरे महीने अल्लाह की इबादत की जाती है और बिना कुछ खाए पिए रोजे रखते हैं। इस महीने के बाद दसवां महीना शव्वल शुरू होता है और उसकी पहली चांद वाली रात ईद की रात कहलाती है। इस चांद को देखे जाने के बाद ईद-उल-फितर का ऐलान किया जाता है।