दिसंबर महीने में इस खास वजह से की जाती है मां लक्ष्मी की पूजा
दिसंबर महीने में इस खास वजह से की जाती है मां लक्ष्मी की पूजा
दिसंबर महीने को मार्गशीर्ष मास के नाम से भी जाना जाता है, जिसे आम भाषा में अगहन भी बोलते हैं. कहते हैं कि ये पूरा महीना मां लक्ष्मी के प्रति समर्पित होता है. इस महीने में खासकर मां लक्ष्मी की पूरे विधि-विधान के साथ खास पूजा-अर्चना करते हैं. 3 दिसंबर को मार्गशीर्ष मास का पहला गुरुवार था. इस दिन मां लक्ष्मी को लोगों ने एक महीने के लिए अपने घरों में स्थापित कर होगा. इसके साथ ही इस मार्गशीर्ष महीने में हर गुरूवार को मां लक्ष्मी के नाम पर उपवास करने की परंपरा रही है.
मार्गशीर्ष मास में मां लक्ष्मी के पूजन करने की वजह
कहते हैं कि, इस महीने के हर हफ्ते में पड़ने वाले गुरुवार को मां लक्ष्मी की पूजा पूरे विधि-विधान से संपन्न की जाती है. माना जाता है कि, इस महीने में जो भी शख्स उपवास करके मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करता है उस पर मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा के लिए बनी रहती है. जिंदगी में किसी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं कर पड़ता है. और तो और कई जगहों पर इस दिन पर दीपक भी दान किए जाते हैं. इसके साथ ही पूजा के दिन शंख पूजा का भी खास महत्व होता है. व्रत के दिन घर की महिलाएं चावल के लेप से रंगोली बनाकर मां लक्ष्मी के आने का स्वागत करती हैं.
ऐसे करें मां लक्ष्मी की पूजा
इस पूजा को संपन्न करने के लिए पहले स्नान कर साफ-सुथरे वस्त्र पहन लें, और व्रत करने का संकल्प लें. इसके बाद चावल के आटे के घोल से अल्पना बनाएं. फिर मां लक्ष्मी के आसन को अच्छे से सजा लें. मां के आसन को सजाने कि लिए आम का पत्ता, आंवले का पत्ता और धान की बालियों का प्रयोग करें. इसके बाद कलश को स्थापित कर दें. इसके बाद मां लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश जी की पूजा करें. मां लक्ष्मी को खास तरह के पकवान भी पसंद हैं. इसलिए उन्हें पकवानों का भोग लगाना न भूलें. ऐसा माना जाता है कि, इस महीने हर गुरुवार को अलग-अलग प्रकार के पकवान चढ़ाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, और अच्छा आशीर्वाद देती हैं.
मार्गशीर्ष मास में मां लक्ष्मी के पूजन करने की वजह
कहते हैं कि, इस महीने के हर हफ्ते में पड़ने वाले गुरुवार को मां लक्ष्मी की पूजा पूरे विधि-विधान से संपन्न की जाती है. माना जाता है कि, इस महीने में जो भी शख्स उपवास करके मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करता है उस पर मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा के लिए बनी रहती है. जिंदगी में किसी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं कर पड़ता है. और तो और कई जगहों पर इस दिन पर दीपक भी दान किए जाते हैं. इसके साथ ही पूजा के दिन शंख पूजा का भी खास महत्व होता है. व्रत के दिन घर की महिलाएं चावल के लेप से रंगोली बनाकर मां लक्ष्मी के आने का स्वागत करती हैं.
ऐसे करें मां लक्ष्मी की पूजा
इस पूजा को संपन्न करने के लिए पहले स्नान कर साफ-सुथरे वस्त्र पहन लें, और व्रत करने का संकल्प लें. इसके बाद चावल के आटे के घोल से अल्पना बनाएं. फिर मां लक्ष्मी के आसन को अच्छे से सजा लें. मां के आसन को सजाने कि लिए आम का पत्ता, आंवले का पत्ता और धान की बालियों का प्रयोग करें. इसके बाद कलश को स्थापित कर दें. इसके बाद मां लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश जी की पूजा करें. मां लक्ष्मी को खास तरह के पकवान भी पसंद हैं. इसलिए उन्हें पकवानों का भोग लगाना न भूलें. ऐसा माना जाता है कि, इस महीने हर गुरुवार को अलग-अलग प्रकार के पकवान चढ़ाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, और अच्छा आशीर्वाद देती हैं.