हरियाणा के करनाल में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड, महापंचायत को देखते हुए किया गया फैसला
हरियाणा के करनाल में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड, महापंचायत को देखते हुए किया गया फैसला
कृषि आंदोलन अब धीरे-धीरे तूल पकड़ने लगा है. जगह-जगह पर एक बार फिर से किसानों का बोलबाला तेज हो रहा है. साथ ही अलग-अलग जगहों पर किसान महापंचायत का आयोजन कर रहे हैं. ऐसे में किसानों ने अब हरियाणा के करनाल में 7 सितंबर को महापंचायत करने की घोषणा कर दी है. इससे पहले मुजफ्फरनगर में महापंचायत हुई थी, जिसमें राकेश टिकैत ने बीजेपी के खिलाफ कई बड़े बयान दिए थे. साथ ही हिंदू मुस्लिम की एकता को बढ़ावा देते हुए चुनावी वोटों पर भी हमला बोला था.
किसानों की घोषणा के बाद इसकी गंभीरता को देखते हुए अब करनाल और उसके पड़ोसी जिलों में भी इंटरनेट से जुड़ी सभी सोवाओं को बंद कर दिया गया है. हरियाणा सरकार ने मंगलवार को करनाल जिले में किसान महापंचायत की घोषणा को ध्यान में रखते हुए कानून व्यवस्था के लिहाज से नेट से संबंधित सेवाएं बंद दी हैं. इस बारे में एक सरकारी प्रवक्ता ने पूरी जानकारी दी है.
उन्होंने बताया कि करनाल में होने वाली महापंचायत की वजह से कानून व्यवस्था में किसी तरह का खलल ना पड़े इसलिए इंटरनेट सेवाओं को बंद करने का फैसला किया गया है. साथ ही इसका कोई गलत इस्तेमाल ना कर सके. क्योंकि अक्सर इन परिस्थितियों में मोबाइल फोन के जरिए सोशल मीडिया पर गलत प्रचार-प्रसार होता है यहां तक कि सार्वजनिक संपत्ति और सुविधाओं को भी काफी नुकसान झेलना पड़ता है. ही कारण है कि करनाल के साथ ही उसके पड़ोसी कुरुक्षेत्र पानीपत कैथल और जींद जिले में भी नेट से जुड़ी सभी सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है.
बता दें कि करनाल में सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रदेश के गृह विभाग के सचिव ने दूरसंचार सेवाओं के अस्थाई निलंबन नियम 2017 के नियम 2 के आधार पर दी गई शक्तियों का उपयोग करते हुए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद करने के आदेश दिए हैं. इतना ही नहीं बल्कि सूबे के गृह विभाग की तरफ से ज्यादा मात्रा में एसएमएस समेत सभी डोंगल सेवाओं को भी निलंबित करने के आदेश दिए गए हैं.
जानकारी की माने तो करनाल की यह किसान महापंचायत ऐसे वक्त में होने जा रही है जब हाल ही में एक सरकारी अधिकारी के दिए हुए बयान पर काफी ज्यादा बवाल मचा था. किसान नेताओं ने अधिकारी के खिलाफ जमकर मोर्चा भी खोला था. इस मामले को बढ़ते हुए देख सरकार ने अधिकारी का तबादला भी करवा दिया था. हालांकि इस महापंचायत का सरकार पर किस तरह का असर पड़ने वाला है वह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.