देश में एक ऐसा रहस्यमयी मंदिर, जो बारिश आने का देता है संकेत, वैज्ञानिक भी हैं दंग!
देश में एक ऐसा रहस्यमयी मंदिर, जो बारिश आने का देता है संकेत, वैज्ञानिक भी हैं दंग!
सनातन धर्म में मंदिरों का बड़ा महत्व है, क्योंकि इनसे करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है, और लोग अपनी परम्पराओं के प्रति पूरी तरह से समर्पित हैं. इसलिए आद के समय में देश में लाखों करोड़ों मंदिर हैं, लेकिन इनमें से कुछ ऐसे मंदिर भी हैं, जिन्हें समझ पाना काफी मुश्किल है, यहां तक कि इन्हें बनामे का क्या मकसद था, आज तक इसके बारे में भी कुछ पता नहीं चल पाया है. इन मंदिरों का रहस्य लोगों के लिए भी मात्र अनसुलझी कहानी है. इस खबर में हम ऐसे ही एक रहस्यमयी मंदिर के बारे में बात करेंगे.
भगवान जगन्ना थ जी का मंदिर: जो देता है मानसून के दस्त क की जानकारी
बात करते हैं भगवान जगन्नााथ मंदिर की, जो कानपुर जिले की घाटमपुर तहसील के बेहटा गांव में स्थित है. हैरानी की बात तो यह है कि, जब मानसून आने वाला होता है, तभी उससे ठीक 15 दिन पहले मंदिर की छत से पानी गिरने लग जाता है. यहां पर पानी को टपकते देख लोग ये अंदाजा लगा लेते हैं कि, अब बारिश का समय आने वाला है.
इस मंदिर का इतिहास 5 हजार साल पुराना माना जाता है. इसमें भगवान जगन्नािथ, अपने भाई बलदाऊ और बहन सुभद्रा के साथ स्थापित हैं. इन भगवानों के लिए मंदिर में पद्मनाभम की भी मूर्ति है. यहां के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि, कई सालों से वो मंदिर की छत से टपकने वाली बूंदों से ही मानसून के आने की जानकारी के बारे में समझ जाते हैं. कहा जाता है कि, इस मंदिर की छत से टपकने वाली बूंदों के जैसे ही यहां पर बारिश भी होती है.
जी हां हैरानी वाली बात तो यह है कि, छत से टपकने वाली बूंदे कम गिरती हैं, तो यहां के लोग ये अंदाजा लगा लेते हैं, कि बारिश कम होगी. लेकिन यदि बूंदे काफी तेजी से गिरती हैं, तो अंदाजा लग जाता है कि बारिश तेज होगी.
कहा जाता है कि, इस बूंद के बारे में जानने के लिए कई वैज्ञानिक और पुरातत्वा विशेषज्ञों ने भी छानबीन की, और इसके रहस्य के बारे में पता लगाने की पूरी कोशिश की, लेने आज सदियां हो चुकी हैं, लेकिन इसके पीछे का रहस्य आज तक कोई भी नहीं जान पाया है.