भारत में बसा एक ऐसा मंदिर, जो दिखने के बाद हो जाता है गायब, जानें क्या है इसका रहस्य
भारत में बसा एक ऐसा मंदिर, जो दिखने के बाद हो जाता है गायब, जानें क्या है इसका रहस्य
भारत एक ऐसा देश है, जहां पर देवी-देवताओं की मंदिरों की कमी नहीं है. आस्था और परंपरा से परिपूर्ण ये देश अपनी संसकृति के लिए जाना जाता है. यहां पर हर धर्म के लोग रहते हैं. जो अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा करते हैं. ऐसे कई मंदिर भी हैं, जिनका इतिहास हैरान करने वाला है. ऐसे रहस्यमयी मंदिर के बारे में जानने के लिए अक्सर लोग उत्साहित रहते हैं. इसलिए आज हम आपको उन्हीं मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में शायद ही आपने कभी सुना होगा.
ब्रह्मा मंदिर
राजस्थान में भगवान ब्रह्मा का यही एक ऐसा मंदिर है, जो पूरे विश्व में मशहूर है. कहते हैं कि, मुगल शासक औरंगजेब के शासन में सारी मंदिरों को ध्वस्त करने का आदेश दिया गया था. लेकिन उनमें से यही एक ऐसा मंदिर था तो बच पाया था. इस मंदिर का निर्माण 14वीं शताब्दी में हुआ था. इस मंदिर के निर्माण से जुड़ी कई दिलचस्प कहानियां भी हैं. इस मंदिर के आसपास ही एक मनोहर झील है जिसे पुष्कर झील के नाम से भी लोग जानते हैं. पुष्कर झील हिन्दुओं के एक पवित्र स्थान के रूप में जानी जाती है.
स्तंभेश्वर महादेव मंदिर
आपको जानकर अचंभा होगा लेकिन ये सच है कि इस देश में एक ऐसा भी मंदिर है जो थोड़ी देर के लिए आंख से ओझल हो जाता है. इसके बाद वापस आपको उसी जगह पर दिखने लग जाएगा. ये मंदिर कावी गुजरात में है. खास बात तो ये है कि ये मंदिर अरब सागर के बिल्कुल सामने बसा है. जो वडोदरा से 40 मील दूर है. कहते हैं कि आप इस मंदिर के दर्शन तभी कर सकते हैं जब समुद्र में ज्वार कम हो. ज्वार के समय शिवलिंग पूरी तरह से जलमग्न हो जाता है.
हडिंबा देवी मंदिर
इसके अलावा बात करते हैं हडिंबा मंदिर की, जो मनाली में है. ये मंदिर भारत के मशहूर मंदिरों में से एक है. इस मंदिर का खूबसूरती इसकी संरचना है जो जापान की एक शैली ‘पगोडा’ से लिया गया है. दिलचस्प बात तो ये है कि, ये इस पूरे मंदिर का निर्माण लकड़ी से किया गया है. पुरातत्वविदों की रिपोर्ट्स की माने तो इस मंदिर का निर्माण 1553 में किया था.