तेज हुआ प्रदर्शन, आंदोलन के बीच जहर खाकर इस किसान ने की आत्महत्या
तेज हुआ प्रदर्शन, आंदोलन के बीच जहर खाकर इस किसान ने की आत्महत्या
किसानों की तरफ से बिल को लेकर अब आंदोलन तेज हो गया है. हालात ये हैं कि किसान अपनी जान देने को तैयार हैं, लेकिन सरकार के तीनों बिल को मानने के लिए राजी नहीं हैं. हाल ही में एक आंदोलन से एक और बड़ी खबर सामने आ रही है, जो वाकई हैरान कर देने वाली है. जिस पर सरकार को भी सोच विचार करने की जरूरत है.
दरअसल बीते डेढ महीने से किसी दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं. इस बीच एब तक कई किसान की मृत्यु हो चुकी है. शनिवार को एक ऐसा ही वाक्या फिर से होते हुए देखा गया. जी हां सिंघु बॉर्डर की बात है, जब एक 40 साल के किसान ने सुसाइड कर लिया. बताया जा रहा है कि पंजाब स्थानीय निवासी अमरिंदर सिंह ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली. हालांकि सोनीपत के एक अस्पताल में उन्हें आन-फानन में एडमिट करवाया गया. लेकिन इलाज के वक्त उन्होंने दम तोड़ दिया.
बता दें कि धरने पर बैठे किसानों को लगभग 40 से ज्यादा दिन हो चुके है. इसमें कुछ किसानों को अपनी जान से हाथ भी धोना पड़ा है. किसी ने सर्दी की वजह से दम तोड़ा, तो किसी ने एक्सीडेंट में तो वहीं कुछ लोगों ने सुसाइड कर लिया. 3 जनवरी की बात है जब टिकरी और कुंडली बॉर्डर पर धरने के दौरान 2 किसानों मौत के मुंह में चले गए थे. जिन्होंने टिकरी पर दम तोड़ा उनकी पहचान जुगबीर सिंह के तौर पर हुई. तो कुंडली बॉर्डर पर हुई जिस किसान ने दम तोड़ा उनकी पहचान कुलबीर सिंह के तौर पर हुई.
फिलहाल एक तरफ किसान जहां अपने अधिकार के लिए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ कुछ पार्टियां अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगी हुई हैं. किसानों की मौत के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कुछ दिन पहले ही मोदी सरकार को निशाने पर लिया था. उन्होंने किसानों की मौत को लेकर चिंता व्यक्त की थी. इसके साथ ही किसानों की डिमांड को नहीं माने जाने वाले फैसले पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने मोदी सरकार को असंवेदनशील करार दिया था.