मशहूर गायक पं. जसराज का मेवाती घराने से था संबंध, धरती से लेकर अंतरिक्ष तक बनाई अपनी जगह
मशहूर गायक पं. जसराज का मेवाती घराने से था संबंध, धरती से लेकर अंतरिक्ष तक बनाई अपनी जगह
पद्म विभूषण से सम्मानित महान शास्त्रीय गायक पंडित जसराज अब हमारे बीच नहीं रहे…90 वर्षीय गायक पंडित जसराज ने आज अमेरिका के न्यू जर्सी में अंतिम सांस ली…बता दें संगीत की दुनिया में उन्हें कई अवॉर्ड्स से नवाजा गया था। इतना ही नहीं उनके नाम पर पिछले साल एक ग्रह का नाम भी रखा गया था।
पंडित जसराज के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नितिन गडकरी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,अखिलेश यादव समेत अन्य कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है…
पीएम मोदी ने पंडित जसराज के निधन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया…वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया कि ‘संगीत विभूति व अद्वितीय शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के निधन से दुख हुआ। पद्म विभूषण से सम्मानित पंडितजी ने आठ दशकों की अपनी संगीत यात्रा में लोगों को भावपूर्ण प्रस्तुतियों से आनंद विभोर किया। उनके परिवार, मित्रगण व संगीत-पारखी लोगों के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं!
बता दें पंडित जसराज ने भारत के अलावा पूरी दुनिया में शास्त्रीय संगीत की परंपरा को पहुंचाने का काम किया…पंडित जसराज खयाल शैली की गायकी के लिए मशहूर थे…उनका संबंध मेवाती घराने से जुड़ा था…उनके पिता पंडित मोतीराम भी मेवाती घराने के जाने माने संगीतज्ञ थे…
बताते हैं कि पंडित जसराज ने संगीत का शुरूआत से पहले तबला सीखा…फिर 14 साल की उम्र के बाद उन्होंने गायकी की दुनिया में कदम रखा…प्रसिद्ध पंडित जसराज ने शुद्ध उच्चारण और स्पष्टता रखने की मेवाती घराने की विशेषता को बखूबी तरीके से आगे बढ़ाया…
वह पहले ऐसे भारतीय संगीतकार बने जिन्होंने धरती से लेकर अनंत अंतरिक्ष में अपनी विशेष जगह बनाई… पिछले साल सितंबर में इंटरनेशनल ऐस्ट्रोनॉमिकल यूनियन (IAU) ने एक ग्रह का नाम ‘पंडितजसराज’ रखा था।