Char Dham: खुल गए बाबा केदारनाथ के कपाट, जानिए कैसे करते हैं चार धाम यात्रा
Char Dham: खुल गए बाबा केदारनाथ के कपाट, जानिए कैसे करते हैं चार धाम यात्रा
देवभूमि के वह पावन धाम जहां दर्शन मात्र से लोगों के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं तथा जीवन-मृत्यु के बंधन से भी मुक्त हो जाते हैं… सनातन धर्म में चारों धामों को अत्यंत पवित्र एवं मोक्ष प्रदाता बताया गया है… इनमें यमुनोत्री , गंगोत्री, केदारनाथ तथा बद्रीनाथ धाम शामिल हैं।
यमुनोत्री-
चार धाम यात्रा का पहला पड़ाव उत्तरकाशी में स्थित यमुनोत्री से शुरु होता है। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा हरिद्वार एवं ऋषिकेश से शुरू होती है, यहां से यात्री सबसे पहले यमुनोत्री धाम के लिए जाते हैं तथा यमुनोत्री धाम में मां यमुना जी की पूजा अर्चना करते हैं। मान्यता है कि यमुनोत्री धाम में पूजा, आराधना करने से समसत पाप नष्ट हो जाते हैं।
गंगोत्री-
गंगोत्री मंदिर उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार धरती पर मां गंगा का जिस स्थान पर अवतरण हुआ , उसे “गंगोत्री तीर्थ” के नाम से जाना जाता है।
केदारनाथ
उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ धाम बारह ज्योतिर्लिंग में से एक है। शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव जी को समर्पित इस पवित्र धाम के दर्शन से श्रद्धालुओ को न केवल मोक्ष की प्राप्ति होती है अपितु उनके जीवन का उद्धार भी हो जाता है।
बद्रीनाथ
उत्तराखंड में स्थित बद्रीनाथ धाम भगवान विष्णु जी को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु जी ने हजारों वर्षों पूर्व यहां तपस्या की थी। मान्यता है कि इस धाम के दर्शन मात्र से भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है तथा उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
आलौकिक सौंदर्य से परिपूर्ण यह चार धाम भारत में वर्षों से आस्था का केंद्र बने हुए हैं।