बीजापुर मामले में आया नया मोड, बंधक बनाए गए CRPF जवान को नक्सलियों ने किया रिहा
बीजापुर मामले में आया नया मोड, बंधक बनाए गए CRPF जवान को नक्सलियों ने किया रिहा
बीजापुर नक्सली मामले में एक नया मोड़ आया है, जिसके बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल है. दरअसल 6 दिन पहले की ही बात है, जब कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मनहास को नक्सलियों ने अपने कब्जे में लिया था. इस मामले के बाद से ही जवान के घरवालों से लेकर पूरे गांव के लोग काफी ज्यादा परेशान थे. हालांकि अब इंसानियत दिखाते हुए नक्सलियों ने जवान को रिहा कर दिया है. इसकी पुष्टि CRPF ने की है.
मीडिया खबरों की माने तो कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मनहास को नक्सलियों के कैद से बचाने के लिए मध्यस्थता टीम का गठन किया गया था. जिसमें पद्मश्री धर्मपाल सैनी से लेकर गोंडवाना समाज के अध्यक्ष तेलम बोरैया भी थे. जिस दौरान जवान राकेशवर सिंह को छोड़ा गया, उस दौरान भारी संख्या में गांव के लोग मौजूद थे.
इस बारे में बात करते हुए जगदलपुर में बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि, जवान को नक्सलियों के कब्जे से आजाद करवाने में सैनी और बोरैंया के अलावा माता रुक्मणि आश्रम जगदलपुर, आदिवासी समाज के कुछ लोगों के साथ ही बीजापुर के पत्रकार गणेश मिश्रा और मुकेश चंद्राकर का भी खास योगदान रहा है.
बताया जा रहा है कि राकेश्वर सिंह मनहास की रिहाई के बाद उन्हें बासागुड़ा ले जाया जाना है. सीआरपीएफ की ओर से डीजी ने मनहास के उनके पास पहुंचने की पुष्टि कर दी है. दरअसल टेकलगुडेम मुठभेड़ होने के बाद नक्सलवादियों ने कोबरा 210वीं वाहिनी के जवान राकेश्वर सिंह मनहास को अपने कब्जे में ले लिया था.
नक्सलियों के कब्जे से छूटने के बाद राकेश्वर सिंह को मेडिकल जांच के लिए भी भेजा गया था.इस समय उन्हें CRPF के फील्ड अस्पताल की ओर से कमजोरी और डिहाइड्रेशन का सामान्य उपचार दिया जा रहा है.