अमेठी के इस गांव से 1-1 घर से निकले 3-3 शव, अब तक 20 लोगों ने तोड़ा दम, गांव में लोगों के बीच फैली दहशत
अमेठी के इस गांव से 1-1 घर से निकले 3-3 शव, अब तक 20 लोगों ने तोड़ा दम, गांव में लोगों के बीच फैली दहशत
कोरोना महामारी के कारण अब तक कई घर उजड़ चुके हैं. अभी इस संक्रमण के केस 3 लाख से पार आ रहे हैं. कुछ जगहों पर स्थिति कंट्रोल हुई है. लेकिन कई जगहों पर अभी भी हालात बेकाबू हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के एक गांव हारीमऊ से आई खबर ने सभी को हैरत में डाल दिया है. इस गांव से बीते एक महीने में 20 लोगों की मौत ने लोगों के बीच हड़कंप मचा दी है.
यहां के गांव वालों ने आरोप लगाया है कि, इतनी मौतों के बाद भी स्वास्थ्य विभाग उनके बारे में कोई खबर नहीं ले रहा. इसके साथ ही गांव वालों ने यह भी कहा है कि, गांव में अभी तक ना तो किसी तरह का टेस्ट हुआ है और न ही सैनिटाइजर का छिड़काव हुआ है. जबकि दूसरी इन सभी खबरों से स्वास्थ्य विभाग ने इनकार कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग ने इल बारे में बात करते हुए कहा है कि, गांव में जो लोग कोरोना से संक्रमित हैं उनकी जांच की जा रही है. साथ ही गांव में लोगों की सुरक्षा को देखते हुए गांव में सेनिटाइजेशन भी किया जा रहा है..
दरअसल, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के जगदीशपुर स्थित हारीमऊ में एक महीने में 20 लोगों की मौत हुई है. जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. गांव के लोग इन मौतों को लेकर अचंभित हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पता नहीं कैसे और क्यों हुआ लेकिन एक महीने में इतनी मौतें किसी ने अभी तक नहीं देखी थीं.
हारीमऊ गांव के स्थानीय निवासी राजेंद्र कौशल ने इस बारे में बात करते हुए बताया कि, यह सच्चाई है कि 17-18 मौतें गांव में हुई है. एक-एक घर से 3-3 लाशें निकलती हैं. एंबुलेंस को फोन किया जाता है, वो आती तो हैं लेकिन, मरीज को उठाते तक नहीं. यदि घर वाले नहीं उठाते हैं तो एंबुलेंस वापस चली जाती है. बीमार लोगों को आशा बहुएं आकर दवा देकर चली जा रही हैं. राजेंद्र के अलावा इसी गांव के रहने वाले शहनवाज ने बताया कि, किस वजह से इस तरह गांव के लोगों की मौत हुई है.
उन्होंने कहा कि अभी तक किस वजह से इतने लोगों ने दम तोड़ा है इसके बारे में कोई जानकारी हाथ नहीं लगी है, लेकिन लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम आकर दवा देकर चली जाती है. ना किसी तरह का जांच होती है, और ना ही अभी तक सैनिटाइजेशन हुआ है. यहां के रहने वाले स्थानीय लोगों में डर बैठा हुआ है. तो वहीं गांव के ग्राम प्रधान मोतीलाल ने बात करते हुए बताया कि, हमारे गांव में करीब 20 मौतें हुई हैं, किस कारण इतने लोगों की मौत हो गई अभी तक स्वास्थ्य विभाग की टीम सही जानकारी नहीं दे पाई है. जो टीम आई थी उसने न कोई सैंपल लिया और ना ही अस्पताल में दवा दी. सीधा चले गए.