मॉब लिंचिंग… कौन है… कहां से आती है… और कैसे बन जाती है ये भीड़ हत्यारी
मॉब लिंचिंग… कौन है… कहां से आती है… और कैसे बन जाती है ये भीड़ हत्यारी
क्या लोगों के लिए किसी की जान कोई कीमत नहीं, क्या आज जान लेना एक ट्रेंड सा बनता जा रहा है. क्या हममें इंसानियत पूरी तरह से खत्म होती जा रही है. आज आदमी आदमी से डरने लगा है. आपको नहीं पता कि कब कौन आप पर हमला कर दे और आपकी जान ले ले. ये लोग हमारे और आप की तरह ही दिखने वाले लोग है, इन्होंने अपना दानव रूप इंसानी रुप में छिपा रखा है. और हम इन्हें पहचान ही नहीं पाते… सुप्रिम कोर्ट ने भले ही इसके खिलाफ केंद्र और राज्य सरकार को कड़े नियम बनाने के आदेश दे हों लेकिन क्या इससे ये दहशत कम हो पाएगी.
हमसब जानते है कि अगर एक इंसान किसी को मारेगा तो हर की पहचान जाएगा, लेकिन अगर पूरी भीड़ किसी पर हमला करती है, तो ना ही उनकी की पहचान होती है, और उनका की नाम वो बस भीड़ होती है. जो अब एक दहशत का रूप ले चुकी है. कब कहां कौन सी भीड़ पको अपना शिकार बना ले आप नहीं जानते.
कभी धर्म कभी जाति तो कभी किसी झूठे अफवाह को लेकर ये भीड़ किसी पर भी हमला कर सकती है, किसी को भी अपने गुस्से का शिकार बना सकती है. और इनका की कुछ नही कर सकता, क्योंकि इनके बारे में ना तो कोई जानता है और ना ही पहचानता है. ये कौन है कहां से आते हैं और अपना शिकार कर के निकल जाते हैं. दरासल ये हम और आप में से ही कोई है, जो कभी जानबूझकर तो कभी अनजाने में भीड़ का हिस्सा बन जाते हैं और लोगों को अपना शिकार बना देते हैं.
ये भीड़ बहुत खतरनाक है, इसका अपना कानून है जिसमें ना सबूत की जरूरत है ना गवाह की, इसमें सिर्फ एक शिकार है जिसपर कोई आरोप है. और सजा सिर्फ एक है मौत…. इल्जाम कोई भी हो सकता है चाहे वो गौ रश्रा को लेकर हो या बच्चा चोरी को लेकर… लेकिन सजा केवल सजाए मौत है.. एक अपवाह पर ये भीड़ किसी को भी मौत के घाट उतार सकती है.
भारत में आ दिन ऐसी हजारों खबरें सुनने को मिल रही हैं कभी किसी ने जाति के नाम किसी जान ले ली, तो कभी किसी ने बच्च् चोरी जैसी अपवाह के चलते किसी को मौत के घाट उतार दिया… चाहे हम बात करें महाराष्ट्र के 5 लोगों की हत्या की या हैदराबाद में एक इंजिनियर के मौत की… सवाल तो एक ही है आखिर ये भीड़ अचानक हत्यारी कैसे बन गई… इनमें कौन अपवाह फैला रहा है. और आखिर कैसे इसपर काबू हो पाएगा.
By Pratiksha (@pratiks36264487 )