निपाह बना मौत का वायरस, इन जगहों पर भूल कर भी मत जाएं
निपाह वायरस का कहर लगातार जारी है, अबतक इससे मरने वालों की संख्या 11 हो चुकी है, और कई पीडितों का इलाज चल रहा है. इनसब के बीच सरकार ने निपाह से बचने के लिए अलर्ट जारी किया है, दरासल सरकार ने केरल के अलावा गोवा, तेलंगाना, जम्मू- कश्मीर और राजस्थान में भी लोगों से अलर्ट रहने की हिदायत दी है, इसके अलावा केरल के कुछ राज्यों में ना जाने की सलाह दी है, जिसमें कोझिकोड, मलापुरम, वायनाड और कन्नूर शामिल है.
बता दें कि चमगादड़ों से फैलने वाला ये वायरस काफी खतरनाक है, और बहुत तेजी से फैल रहा है. और लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. इसके चपेट में आने वाले कई लोगों का अभी इलाज चल रहा है. इनके खून के जांच में इस निपाह नामक वायरस की साफ तौर पर पुष्टी हुई है. जिससे अब खास निगरानी की जा रही है.
ये वायरस कई जगह पहले भी अपना प्रकोप दिखा चुका है, बता दें कि तो ये पहले चमगादड़ से फलों में और फलों से इंसानों में फैलता है. इसे पहली बार 1998 में मलेशिया के कींगुंग सुंगई निपाह में पाया गया था. इसिलिए इसे निपाह नाम दिया गया है.
इस खतरनाक वायरस से आपकी मौत भी हो सकती है. इस वायरस से ग्रसित लोगों को सांस लेने काफी दिक्कत होती है. दिमाग में जलन महसूस होता है, तेज बुखार भी ता है और इलाज के अभाव में मौत हो जाती है.