देश में रहकर भी… देश का हिस्सा नहीं हैं ये 40 लाख लोग
देश में रहकर भी… देश का हिस्सा नहीं हैं ये 40 लाख लोग
भारत में इन दिनों जिस मुद्दे ने सबसे ज्यादा तूल पकड़ा है, वो है (NRC) नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन सानी नागरिकता साबित करना. जी हां इस वक्त असम में लाखों ऐसे लोग हैं जो यहां अवैध तरीके से रह रहे हैं. सालों से यहां पर बसे हुए हैं. लेकिन अबतक इनपर कोई कार्यवाही नहीं हुई.
लेकिन अब अचानक इनके नागिरकता को साबित करने की कवायद इतनी तेज हो गई है. सवाल तो इनपर हमेशा से उठते रहे हैं, लेकिन जवाब देने में इतनी देरी की जा रही थी.लेकिन इस अभियान से अब हर किसी के मन में ये सवाल है कि आखिर ये हैं कौन और अब कहां जाएंगे.
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि ये ऐसे लोग हैं जिन्हें भारत तो क्या पूरी दुनिया में कहीं कि नागरिकता नहीं मिली है, ऐसे में ये भी सवाल उठता कि अगर ये यहां से भेज दिए गए तो कहां जाएंगे. अब इस अभियान के तहत 40 लाख लोगों के बेघर होने की बात हो रही है. इनमें से ज्यादातर रोहिंग्या शरणार्थी हैं.
कई बार छिड़ी बहस
रोहिंग्या शरणार्थीयों को लेकर पहले भी कई बार बहस छिड़ चुकी है, ऐसे में राजनीति भी खूब हो रही है. जहां बीजेपी के लिए ये एक बड़ा मामला है, वहीं विपक्ष इसके खिलाफ नजर आ रहा है. विपक्ष इस मामले में सरकार को घेरते दिख रहा है, संसद में इस मुद्दे को लेकर काफी हंगामा हुआ.
कई बारे चले अभियान
बता दें कि पहले भी इस मामले पर कई बार अभियान चलाया गया, लेकिन हिंसा बढ़ने के कारण कुछ हल नहीं निकल पाया, हिंसा और तनाव को देखते हुए इस बार भी सुरक्षा काफी कड़ी की गई है, कई इलाकों में धारा 144 भी लगाया गया है, पूरे इलाके में सीआरपीएफ की टुकड़ियां तैनात हैं.
कई हैं सवाल
आखिर इनका क्या होगा, कहां जाएंगे, कहां से आए थे. कैन हैं ये लोग. सवाल कई हैं, और जवाब का इंतजार हर किसी को है. लेकिन सबसे ज्यादा इन लोगों को सरकार के फैसले का इंतजार है. ये काफई नाजुक फैसला है और इससे ना सिर्फ वहां के लोगों पर बल्कि पूरे भारत पर असर पड़ेगा, ऐसे में सम्प्रदिकता की आग भई भड़क सकती है, कुछ लोग अपने भड़काउ भाषण से ऐसे करने में लगे भी हुए हैं.
By Pratiksha (@pratiks36264487 )