उद्धव ठाकरे के ‘दोस्ती’ वाले बयान BJP के साथ आने वाली चर्चा तेज! शिवसेना ने दी इस पर प्रतिक्रिया
उद्धव ठाकरे के ‘दोस्ती’ वाले बयान BJP के साथ आने वाली चर्चा तेज! शिवसेना ने दी इस पर प्रतिक्रिया
शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के एक बयान को लेकर राजनीति में गरम हो गई है. हाल ही में उन्होंने औरंगाबाद में ‘मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम दिन’ पर शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में अपने साथ मंच पर मौजूद बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे को हांथ दिखाते हुए कहा था कि पुराने मित्र और अब के मित्र एक साथ आए तो एक नई मित्रता बन सकती है.
उद्धव ठाकरे के इस बयान के सामने आने के बाद कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री असलम शेख ने अपने बयान में कहा कि, राजनीति में कुछ भी संभव है. ‘चली तो शाम तक नहीं तो शाम तक.’ उद्धव ठाकरे के इस स्टेटमेंट पर एनसीपी नेता और सरकार में मंत्री छगन भुजबल भी अपनी प्रतिक्रिया देने में देरी नहीं लगाई. उनरा कहना है कि, राजनीति में वैचारिक मतों में भिन्नता हो सकती है. लेकिन, राजनीति में सभी मित्र हैं.
एक तरफ जहां कुछ दिग्गज नेता उन पर तंज कसने में लगे थे. तो वहीं उद्धव ठाकरे के बयान का फायदा उठाते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी बोलने से नहीं चूके. उन्होंने कहा कि, ‘उद्धव ठाकरे को अब पता चल गया कि गलत लोगों के साथ गठबंधन में हैं. राजनीति में कुछ भी हो सकता है. लेकिन, अभी फिलहाल हम विपक्ष की भूमिका में हैं और हम विपक्ष के तौर पर लोगों की आवाज उठाते रहेंगे.’
हालांकि बीजेपी की ओर सेस आ रही ऐसी प्रतिक्रिया पर शिवसेना सांसद संजय राउत टिप्पणी कने से पीछे नहीं हटे. उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि, ‘बीजेपी यदि खुश रहती है तो खुश रहने दो. उनकी जिंदगी में भी कभी खुशी कभी गम आते हैं. 2 साल तक गम था. अब खुश रहेगी. खुश रहने दो. हमारे पुराने दोस्त हैं वह खुश रहे तो हम खुश रहेंगे. विपक्ष वाले हमेशा खुश रहने चाहिए.
बात ऐसी है कि उद्धव जी ने क्या कहा है, उनका स्टेटमेंट क्या है. उनके कहने का तात्पर्य ये है कि, बीजेपी के कुछ लोग बीजेपी में आ सकते हैं हम लोग कहीं छोड़कर नहीं जाएंगे. बीजेपी के लोग कहेंगे हमें पूर्व मिनिस्टर मत कहिए यह चंद्रकांत पाटिल का बयान है वह जिनको पूर्व कहने से आपत्ति है वह तीनों पार्टी में से किसी में भी जा सकते हैं.’ साथ ही संजय राउत ने अपने बयान में ये बात साफ कर दिया है कि, कि, 5 साल तक उनकी सरकार में कोई बदलाव नहीं होने वाला है.